हम हर दिन 24 घंटे में से कई घंटे इस स्मार्टफोन पर स्क्रॉल करते हुए बिताते हैं। स्मार्टफोन में कई ऐप्स इतने एडिक्टिव होते हैं कि यूजर्स उन पर घंटों लगे रहते हैं। लेकिन क्या आप स्मार्टफोन से होने वाली बीमारियों और समस्याओं के बारे में जानते हैं? नहीं तो पढ़िए इसके पांच नुकसान।
आज स्मार्टफोन या मोबाइल हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया है। हम हर दिन 24 घंटे में से कई घंटे इस स्मार्टफोन पर स्क्रॉल करते हुए बिताते हैं। स्मार्टफोन में कई ऐप्स इतने एडिक्टिव होते हैं कि यूजर्स उन पर घंटों लगे रहते हैं। कॉल के अलावा लगातार स्क्रीन देखने में काफी समय लगता है। आपको जानकर हैरानी होगी, कई रिपोर्ट्स और हेल्थ वेबसाइट्स बताती हैं कि स्मार्टफोन का आपकी सेहत पर काफी नकारात्मक असर पड़ रहा है। स्मार्टफोन का न सिर्फ आपकी आंखों पर बल्कि कई अंगों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। बता दें कि हेल्थ वेबसाइट webmd.com के मुताबिक इस स्मार्टफोन से शरीर के कौन से अंग प्रभावित हो रहे हैं।
लगातार घंटों तक गर्दन नीचे करके स्मार्टफोन देखने से टेक्स्ट नेक सिंड्रोम का खतरा बढ़ जाता है। यह आपकी गर्दन की मांसपेशियों में खिंचाव और जकड़न का कारण बनता है। इसके अलावा आपकी पीठ की नसों में दर्द जैसी समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है। मोबाइल को हाथ में पकड़ने से यह दर्द आपके कंधे से आपके हाथों तक पहुंच जाता है। वेबएमडी वेबसाइट के मुताबिक, आपको हर 20 मिनट में अपनी पीठ को स्ट्रेच करना चाहिए। मोबाइल में टेक्स्ट करते समय इस बात का ध्यान रखें कि आपका हाथ थोड़ा सा ऊंचाई पर हो ताकि इससे मांसपेशियां प्रभावित न हों।
लगातार मोबाइल चलाना और टेक्स्टिंग करना भी थंब मैकेनिज्म को प्रभावित करता है। स्मार्टफोन को हाथ में पकड़ने की स्थिति भी अंगूठे को प्रभावित करती है। इससे आपके अंगूठे में दर्द हो सकता है। इसका एकमात्र सीधा इलाज स्मार्टफोन के इस्तेमाल को सीमित करना है। अगर अंगूठे में दर्द लगातार बना रहे तो इससे अंगूठे का गठिया भी हो सकता है।
आज के दौर में रात में घंटों मोबाइल चलाने की आदत हममें बस गई है। इससे न केवल आपकी नींद प्रभावित होती है, बल्कि इस नींद की कमी के कारण मोटापा, मधुमेह और हृदय संबंधी समस्याएं भी बढ़ जाती हैं। लेकिन स्मार्टफोन से निकलने वाली नीली रोशनी का सबसे ज्यादा असर आपकी आंखों पर पड़ रहा है। मोबाइल को प्राकृतिक रोशनी में इस्तेमाल करने या कमरे को हल्का रखने से बेहतर है कि आप अंधेरे में मोबाइल का इस्तेमाल करें। इससे आपकी आंखों के कॉर्निया पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
लगातार मोबाइल चलाना और टेक्स्टिंग करना भी थंब मैकेनिज्म को प्रभावित करता है। स्मार्टफोन को हाथ में पकड़ने की स्थिति भी अंगूठे को प्रभावित करती है। इससे आपके अंगूठे में दर्द हो सकता है। इसका एकमात्र सीधा इलाज स्मार्टफोन के इस्तेमाल को सीमित करना है। अगर अंगूठे में दर्द लगातार बना रहे तो इससे अंगूठे का गठिया भी हो सकता है।
काम के बीच में जब आपके पास कॉल आती हैं तो आप घंटों कंधे और कान के बीच बातें करते हुए बिताते हैं। यह शरीर की प्राकृतिक स्थिति नहीं है। लंबे समय तक ऐसी पोजीशन में रहने से आपकी गर्दन पर काफी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। यह आपकी गर्दन को प्रभावित कर सकता है। अगर यह आपके जीवन से जुड़ा काम है तो बीच-बीच में आप अपनी गर्दन को दूसरी दिशा में भी कर सकते हैं। अगर इससे आपकी गर्दन में दर्द होने लगा है तो आप हीटिंग पैड, आराम या दवाओं के जरिए अपनी गर्दन की जकड़न को दूर कर सकते हैं।