यह वीडियो लश्कर-ए-तैयबा के एरिया कमांडर सोहेल के अलावा देश के अंदर के एक शख्स को भी भेजा गया है, जो भारत में पाकिस्तान के आतंकी संगठन हरकत-उल-अंसार का एरिया कमांडर बताया जा रहा है.

कोड चित्र
दिल्ली का भलस्वा डेयरी युवक की हत्या कर शव के टुकड़े-टुकड़े कर वीडियो बनाने के मामले में अब पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से भी तार जुड़ गए हैं। इस बात की पुष्टि घटना के वीडियो से भी होती है। यह वीडियो पुलिस ने गिरफ्तार आतंकियों के मोबाइल फोन से बरामद किया है। वीडियो देखने से पता चलता है कि आतंकियों ने डेमो के तौर पर इस घटना को अंजाम दिया है और इसका वीडियो बनाकर कनाडा में बैठे हैंडलर को भेज दिया है. इसमें आतंकियों ने यह संदेश देने की कोशिश की है कि उनके इरादे और भी भयावह हैं. 37 सेकेंड के इस वीडियो में दिख रहा है कि आतंकियों ने युवक के शव के तीन नहीं बल्कि आठ टुकड़े कर दिए थे.
बता दें कि दिल्ली की स्पेशल सेल ने बीते दिनों एक वीडियो इंटरसेप्ट किया था। यह वीडियो जहांगीर पुरी में रहने वाले दो आतंकियों जगजीत और नौशाद ने अपने आकाओं को भेजा था। वीडियो देखने के बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया और उनसे सख्ती से पूछताछ की. इस दौरान उसने अपना एक और ठिकाना भलस्वा डेयरी की श्रद्धानंद कॉलोनी बताया। उधर, पुलिस जब उन्हें लेकर इस कॉलोनी में पहुंची तो यहां एक घर से दो जिंदा हथगोले, तीन टुकड़ों में शरीर के अंग और कुछ आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई. इसके बाद पुलिस ने दोनों को कोर्ट में पेश कर आगे की पूछताछ के लिए 14 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है.
वीडियो कनाडा और पाकिस्तान को भेजा गया था
मामले की जांच में जुटे पुलिस अधिकारियों के मुताबिक गिरफ्तार आतंकियों ने घटना का वीडियो कनाडा में बैठे अर्शदीप और पाकिस्तान में बैठे आईएसआई के अधिकारियों को भेजा था. यह वीडियो लश्कर-ए-तैयबा के एरिया कमांडर सोहेल के अलावा देश के अंदर के एक शख्स को भी भेजा गया है, जो भारत में पाकिस्तान के आतंकी संगठन हरकत-उल-अंसार का एरिया कमांडर बताया जा रहा है. मामले की जांच के दौरान पता चला है कि आतंकियों द्वारा मारा गया युवक 21 साल का रहा होगा. वह नशे का आदी था और उसके हाथ में त्रिशूल है। संभावना है कि यह युवक किसी हिंदू संगठन का पदाधिकारी हो। बताया जा रहा है कि आतंकियों ने पहले उससे दोस्ती की और 14-15 दिसंबर की रात उसे भलस्वा डेयरी हाउस लाने के बहाने ले गए. जहां आरोपियों ने हत्या करने के बाद शव के टुकड़े-टुकड़े कर दिए थे.
पुलिस ISI की साजिश मान रही है
इस घटना में नया एंगल सामने आने के बाद दिल्ली पुलिस इसे ISI की साजिश मानने लगी है. इसकी एक और बड़ी वजह यह है कि गिरफ्तार आरोपी नौशाद हत्या और रंगदारी के आरोप में जेल जा चुका है. जेल में रहते हुए वह हरकत-उल-अंसार में शामिल हो गया। यहीं उसकी मुलाकात लाल किले पर हुए हमले के आरोपी आरिफ मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी सोहेल से हुई थी। सोहेल 2018 में पाकिस्तान चला गया था लेकिन अब भी वह भारत में बैठे अपने गुर्गों के संपर्क में है। इसी तरह अप्रैल 2022 में एक अन्य आतंकी जगजीत सिंह सोहेल और नौशाद के संपर्क में आया। इसके बाद सोहेल ने नौशाद और जगजीत को टारगेट किलिंग की जिम्मेदारी दी। जगजीत सिंह का मुख्य कार्य देश में खालिस्तानी गतिविधियों को बढ़ाना था। दिल्ली पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आतंकी जगजीत सिंह खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप दल्ला का गुर्गा है.