दो करोड़ रुपये रिश्वत मामले में गिरफ्तार आरपीएस दिव्या मित्तल को राजस्थान पुलिस उत्कृष्ट सेवा मेडल देने वाली थी। इस संबंध में 18 जनवरी को आदेश भी जारी कर दिया गया था। अंतिम समय में मामले का खुलासा होने के बाद विभाग के एडीजी ने सूची से नाम हटा दिया है।

अवधारणा छवि
भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार राजस्थान पुलिस कि आरपीएस दिव्या मित्तल को भले ही सस्पेंड कर दिया गया हो, लेकिन वह अभी भी विभाग में बोल रही हैं। राजस्थान पुलिस ने इस 27 जनवरी को उन्हें सम्मानित करने का भी फैसला किया था। इस बाबत विभाग के एडीजी ने 18 जनवरी को सूची भी जारी की थी। लेकिन ऐन वक्त पर मामला मीडिया में आ गया। इसके बाद काफी हंगामा हुआ और आनन-फानन में सम्मानित होने वालों की सूची से उनका नाम हटा दिया गया.
बता दें कि आरपीएस दिव्या मित्तल को एसीबी द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद राजस्थान सरकार के गृह विभाग ने निलंबित कर दिया है। दिव्या के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो जयपुर में धारा 7 व 7ए भ्रष्टाचार निवारण संशोधित अधिनियम 2018 व आईपीसी की धारा 120बी के तहत एसीबी केस नंबर 13/2023 दर्ज किया गया है. इस मामले में एसीबी ने 16 जनवरी को दिव्या को गिरफ्तार किया था और फिलहाल मामले में पूछताछ के लिए एसीबी ने दिव्या को पुलिस रिमांड पर लिया है.
उत्कृष्ट सेवा मेडल से सम्मानित होना था
विभाग के एडीजी द्वारा 18 जनवरी को जारी आदेश के अनुसार आरपीएस दिव्या मित्तल को उत्कृष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया जाना था. यह आदेश कार्यालय एडीजी एटीएस व एसओजी जयपुर द्वारा जारी किया गया है। इसमें स्पष्ट लिखा था कि पुलिस मुख्यालय से प्राप्त निर्देशानुसार गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा घोषित स्मृति चिन्ह, डीजीपी डिस्क, अति उत्कृष्ट सेवा मेडल एवं उत्कृष्ट सेवा मेडल एटीएस में तैनात अधिकारियों को दिया जायेगा. 27 जनवरी को एटीएस व एसओजी कार्यालय में एसओजी व… एडीजी की ओर से जारी आदेश पत्र में कुल 29 अधिकारियों के नाम लिखे थे. इनमें दिव्या मित्तल का नाम 20वें नंबर पर है।
करोड़ों की रिश्वत लेने का आरोप है
आरपीएस दिव्या मित्तल पर करोड़ों की रिश्वत लेने का आरोप है। हाल ही में दिव्या को दो करोड़ रुपये की रिश्वत मांगने के आरोप में एसीबी ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। इस मामले में राज्य सरकार ने सस्पेंड भी कर दिया है. बताया जा रहा है कि दिव्या को हर साल एक प्रॉपर्टी खरीदने का शौक है। एसीबी की जांच में दिव्या की कई बेनामी संपत्तियों की जानकारी भी मिली है।
दवा कंपनी से मांगी रिश्वत
एक दवा कंपनी के मालिक ने एसीबी में शिकायत दी थी। बताया कि एएसपी दिव्या जयपुर में एक फर्जी मामले की जांच के दौरान अपनी हरिद्वार स्थित दवा कंपनी में पहुंची थी. वहां आरपीएस दिव्या मित्तल ने एनडीपीएस एक्ट के तहत फंसाने की धमकी देकर उसे बचाने के लिए दो करोड़ रुपए की रिश्वत मांगी। कंपनी मालिक के मुताबिक दिव्या ने रिश्वत के लेन-देन के लिए एक दलाल को भेजा था। इस शिकायत के बाद एसीबी ने जाल बिछाकर दिव्या को गिरफ्तार कर लिया और अजमेर के फ्लैट, उदयपुर के रिजॉर्ट, जयपुर के फ्लैट, चिड़ावा के घर में चेकिंग कर कई अहम दस्तावेज, कैश व अन्य सामान जब्त किया.