पुलिस ने बताया कि पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी और उनके बेटे इमरान के पीछे पुलिस मैनुअल और इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के जरिए लगातार नजर रख रही थी. इस बीच शनिवार सुबह पुख्ता जानकारी मिली कि दोनों दिल्ली के गेस्ट हाउस में छिपे हैं.

पुलिस हिरासत में पूर्व मंत्री हाजी याकूब कुरैशी और उनका बेटा इमरान
उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री हाजी याकूब कुरैशी मेरठ पुलिस की अपराध शाखा दिल्ली से गिरफ्तार। पूर्व मंत्री अपने बेटे के साथ दिल्ली के चांदनी महल थाना क्षेत्र स्थित एक गेस्ट हाउस में ठहरे हुए थे. नौ महीने से फरार हाजी याकूब कुरैशी और उसके बेटे के खिलाफ आईजी मेरठ ने 50-50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था. तभी से मेरठ पुलिस के अलावा एसटीएफ भी उसकी तलाश में छापेमारी कर रही थी।
पुलिस ने बताया कि पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी और उनके बेटे इमरान के पीछे पुलिस मैनुअल और इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के जरिए लगातार नजर रख रही थी. इस बीच शनिवार सुबह पुख्ता जानकारी मिली कि दोनों दिल्ली के गेस्ट हाउस में छिपे हैं. इनकी सटीक लोकेशन मिलने के बाद पुलिस दस्ते ने गेस्ट हाउस में छापा मारा और दोनों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस आज आवश्यक पूछताछ के बाद दोनों को कोर्ट में पेश करेगी। इस दौरान पुलिस दोनों की पीसीआर (पुलिस कस्टडी रिमांड) लेने की भी कोशिश करेगी।
गिरफ्तारी पर उठे सवाल
मेरठ पुलिस भले ही अपनी सर्विलांस के जरिए याकूब कुरैशी और उसके बेटे इमरान कुरैशी को गिरफ्तार करने का दावा कर रही है, लेकिन विभाग में ही चर्चा है कि इसमें पुलिस ने कोई तीर नहीं चलाया है. बल्कि खुद याकूब कुरैशी ने मेरठ पुलिस से सेटिंग कर अपनी गिरफ्तारी दी है. बताया जा रहा है कि हाईकोर्ट से जमानत अर्जी खारिज होने के बाद याकूब कुरैशी ने अपनी सुरक्षा के लिए ऐसा किया है।
अवैध मीट पैकिंग मामले में आरोपी
जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद पुलिस ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अवैध मीट पैकिंग मामले का खुलासा किया था. इस मामले में पुलिस ने याकूब, उसकी पत्नी संजीदा बेगम, बेटों फिरोज, इमरान को नामजद किया था। इसके अलावा याकूब के मैनेजर मोहित त्यागी समेत 17 अन्य लोगों को भी मामले में नामजद किया गया था। पुलिस ने मामले की जांच कर न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल किया है। लेकिन जब याकूब कोर्ट में पेश नहीं हुआ तो पुलिस ने पहले 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया और बाद में इसे बढ़ाकर 50 हजार रुपये कर दिया गया. पुलिस ने पिछले महीने याकूब और उसके परिवार के सदस्यों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था।
याकूब दो बार विधायक रह चुके हैं
जानकारी के मुताबिक हाजी याकूब कुरैशी दो बार विधायक रह चुके हैं। याकूब ने पहली बार साल 2002 में खरखौदा विधानसभा सीट से चुनाव जीता था, जबकि अगली बार 2007 में वह मेरठ शहर से चुनकर विधानसभा पहुंचा था. याजी याकूब बसपा सरकार में मंत्री भी बने। इसके बाद हाजी ने लोकसभा और विधानसभा चुनाव में कई बार किस्मत आजमाई।