बांदा में वर्चस्व की लड़ाई में एक पूर्व जिला पंचायत सदस्य के भतीजे ने बटाईदार की कुल्हाड़ी से हत्या कर दी. पुलिस के मुताबिक आरोपी का बटाईदार से नलकूप की रखवाली को लेकर विवाद चल रहा था।
उत्तर प्रदेश ,उत्तर प्रदेश, चित्रकूट धाम मंडल का मुख्यालय बांदा (बांदा) वर्चस्व की अजीबोगरीब लड़ाई में 70 साल के किसान की एक युवक ने सिर काट कर हत्या कर दी. पुलिस के मुताबिक सिर्फ ट्यूबवेल की चाबी लेने के लिए। ऐसे में शव को मारकर लोहे की पटरी से बांधकर तालाब में फेंक दिया गया. गुरुवार को शव पानी में कहां से मिलने लगा, ग्रामीणों को पता चलने पर स्थानीय पुलिस व आला अधिकारी डॉग स्क्वायड और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची. पुलिस ने मौके से हाई मर्डर की कुल्हाड़ी भी बरामद की है। फिलहाल मृतक के परिजनों की शिकायत पर जिला पंचायत के पूर्व सदस्य के भतीजे के खिलाफ हत्या का प्राथमिकी दर्ज किया गया है.
दरअसल, यह मामला बदन जिले के जसपुरा थाना क्षेत्र के काबुला इलाके का है. घटना स्थल निवासी दर्शन कुशवाहा (70) गांव में रहने वाले पूर्व जिला पंचायत सदस्य मुन्ना पाल के खेतों की रखवाली करता था. उन्होंने जिला पंचायत के एक पूर्व सदस्य के भतीजे अरुण से डेढ़ बीघा खेत भी बांटने के लिए लिया था। ऐसे में मंगलवार रात दर्शन खेत पर जा रहा था। तब से वह लापता था। ऐसे में जब दर्शन घर नहीं पहुंचे तो उनके पोते सत्यवीर और उनके परिवार ने तलाशी जारी रखी, लेकिन कहीं कुछ नहीं मिला. इसके बाद गुरुवार को परिजनों ने थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करायी.
तालाब में शव को देख परिवार में कोहराम मच गया
इसके बाद हरकत में आई पुलिस ने भी तलाशी शुरू की। उसी समय पुत्र सतबीर खेत में गया और अपने पिता को खोजने के लिए बोर हो गया, तब उसने तालाब में देखा कि दर्शन का शव पानी में उतर रहा था। ऐसे में घरवालों में कोहराम मच गया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पानी से बाहर निकाला. मृतक के पौत्र सत्यवीर का आरोप है कि पिछले कई दिनों से पूर्व जिला पंचायत सदस्य के भतीजे अरुण पाल बाबा को बोरियत में नहीं रहने दे रहे थे. ऐसे में वह बार-बार चाबी लेता था।
जानिए क्या है पूरा मामला?
वहीं, मंगलवार की रात गांव के ज्वालामुखी मंदिर में डीजे बजाकर संगीत कार्यक्रम हुआ. जहां अरुण ने शराब के नशे में पहली बोर की चाबी मंदिर परिसर में फेंक दी थी. इसके बाद चाभी उठाकर बाबा को दे दें। जब बाबा चाभी लेकर बोर में गए तो अरुण सिर्फ इस बात से नाराज थे कि मुझे इस बोर की जिम्मेदारी क्यों नहीं मिली। इससे नाराज होकर उन्होंने कहा कि मैं युवा हूं, मुझे यह जिम्मेदारी मिलनी चाहिए, लेकिन परिवार ने इस पर विश्वास नहीं किया। आपको बता दें कि यह अरुण की वर्चस्व की अजीबोगरीब लड़ाई थी।
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ दर्ज की प्राथमिकी
इस मामले को लेकर बांदा समटे जिले के पुलिस अधीक्षक के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और मौके का मुआयना किया. जिसके बाद पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज बांदा भेज दिया गया है, इस दौरान पुलिस ने थाना कोतवाली में हत्या का मामला दर्ज कर लिया है. फिलहाल नामजद हत्यारा अभी भी फरार है, लेकिन पुलिस छापेमारी कर रही है. वहीं पुलिस अधिकारी का कहना है कि आरोपी हत्यारा जल्द से जल्द सलाखों के पीछे होगा.
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