पुलिस ने आरोपी की लोकेशन नजफगढ़ के पास गोयला डेयरी से ट्रेस की। दूसरी ओर, जब पुलिस ने आरोपी के ठिकाने पर छापेमारी की तो उसके पास से दिल्ली मेट्रो के फर्जी आईडी कार्ड, नौ मोबाइल फोन, एक डोंगल, फर्जी वोटर आईडी समेत अन्य संदिग्ध दस्तावेज बरामद हुए.

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मेट्रो में नौकरी का झांसा देकर ठगी करने वाले शातिर जालसाज को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी स्व दिल्ली मेट्रो मैं एचआर मैनेजर से कहता था और लोगों को नौकरी देने के बहाने तीन से पांच लाख रुपये की मांग करता था। आरोपी खासकर ऐसे लोगों की तलाश करते थे, जो पढ़े-लिखे होने के बावजूद बेरोजगार हैं। आरोपी अब तक दो दर्जन से अधिक लोगों को अपना शिकार बना चुका है। फिलहाल दिल्ली पुलिस ने तीन लाख 20 हजार रुपये की ठगी के मामले में कार्रवाई की है. अब पुलिस बाकी मामलों को भी जोड़ने की कोशिश कर रही है।
दिल्ली पुलिस में डीसीपी साउथ चंदन चौधरी के मुताबिक, आरोपी की पहचान पवन भारद्वाज (34) के रूप में हुई है. उन्होंने बताया कि आरोपी के संबंध में एक पीड़ित ने पूर्व में तहरीर दी थी। बताया गया कि रोहित नाम के एक शख्स ने उसे फोन कर दिल्ली मेट्रो का एचआर मैनेजर बनकर झांसा दिया था कि तीन लाख रुपये खर्च कर दो तो दिल्ली मेट्रो में नौकरी दे देगा। आरोपी के झांसे में आकर पीड़ित ने उसके बैंक खाते से कुल 3 लाख 20 हजार रुपये आरोपी के खाते में ट्रांसफर कर दिए। लेकिन पैसा ट्रांसफर होते ही आरोपी ने अपना मोबाइल फोन बंद कर दिया। इसके बाद पीड़िता ने पुलिस को तहरीर दी।
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दो दर्जन से अधिक लोगों से ठगी
पुलिस के मुताबिक आरोपी ने पूछताछ में दो दर्जन से अधिक वारदातों को अंजाम देना कबूल किया है। हालांकि, दो-तीन मामलों को छोड़ बाकी में उसने मार्किंग नहीं की है। जबकि पुलिस के मुताबिक ऐसी कई शिकायतें पहले से ही लंबित हैं। ऐसे में पुलिस पहले से लंबित शिकायतों के आधार पर आरोपी द्वारा की गई घटना को जोड़ने का प्रयास कर रही है.
आरोपी के पास से फर्जी आईडी मिली है
पुलिस ने कहा कि शिकायत के आधार पर जांच करते हुए पुलिस ने नजफगढ़ के पास आरोपी की लोकेशन गोयला डेयरी के पास ट्रेस की। दूसरी ओर, जब पुलिस ने आरोपी के ठिकाने पर छापेमारी की तो उसके पास से दिल्ली मेट्रो के फर्जी आईडी कार्ड, नौ मोबाइल फोन, एक डोंगल, फर्जी वोटर आईडी समेत अन्य संदिग्ध दस्तावेज बरामद हुए. पुलिस ने इन दस्तावेजों को लेकर आरोपी से पूछताछ की, लेकिन वह कोई ठोस जवाब नहीं दे सका। ऐसे में पुलिस ने उसे मौके से ही गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
ऑनलाइन शिकार की तलाश करता था
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह सोशल मीडिया व अन्य माध्यमों से ऑनलाइन विज्ञापन करता था। इन विज्ञापनों को देखकर नौकरी की तलाश कर रहे तमाम बेरोजगार उसके झांसे में आ जाते थे। फिर वह खुद को दिल्ली मेट्रो का एचआर मैनेजर बताता था और योग्यता के अनुसार नौकरी देने के बहाने पैसे की मांग करता था। जैसे ही कोई पीड़ित फंस जाता और आरोपी के खाते में पैसा जमा कर देता, आरोपी जल्दी से अपना ठिकाना और फोन नंबर बदल लेता।