डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के नवप्रवर्तकों और निवेशकों को एक मंच पर लाने का प्रयास किया जा रहा है। यूपी सरकार के युवा एवं खेल कल्याण विभाग ने इस क्षेत्र में अपने कदम बढ़ा दिए हैं। आने वाले समय में यहां के प्रतिभावान गरीब बच्चों को उड़ने का मौका मिलेगा।
राज्य का युवा एवं खेल कल्याण विभाग लखनऊ में एक नवाचार केंद्र शुरू करेगा। इस केंद्र पर सप्ताह में एक बार नवप्रवर्तक और निवेशक दोनों एकत्रित होंगे। इनोवेटर्स अपने आइडियाज का प्रेजेंटेशन देंगे। अगर किसी निवेशक को यह पसंद आता है तो वह इसे आगे बढ़ाने में मदद करेगा।
इस संबंध में एमएसएमई विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार और गेट ए फ्रेंचाइजी एलएलपी के सहयोग से पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के उत्तर प्रदेश चैप्टर द्वारा लखनऊ में दो दिवसीय कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। युवा कल्याण विभाग द्वारा शुरू किए जाने वाले स्टार्टअप एक्सचेंज प्रोग्राम में पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स और यूपी एंजेल नेटवर्क सहयोग के लिए तैयार हैं।
उल्लेखनीय है कि भारत युवाओं का देश है। देश की करीब 70 फीसदी आबादी 35 साल से कम उम्र की है। इनमें अकेले स्कूल जाने वाले युवाओं की संख्या 25 करोड़ से ज्यादा है। ये युवा डिजिटल रूप से भी मजबूत हैं।
देश के युवा भी अपने-अपने स्तर से इनोवेशन में लगे हुए हैं। इनके नतीजे भी सकारात्मक निकले हैं। उदाहरण के लिए, 2015 में, ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में भारत 81वें स्थान पर था। 2022 में यह सुधर कर 41वें स्थान पर आ गया। जनसंख्या की दृष्टि से सबसे बड़ा राज्य होने के साथ-साथ यह देश का सबसे युवा राज्य भी है। सरकार की ओर से इनोवेशन पर भी काफी जोर दिया जा रहा है। इसी को लेकर सरकार नई स्टार्टअप पॉलिसी भी लाई है। नीति के तहत 2025 तक 10,000 स्टार्टअप शुरू करने का लक्ष्य है।
नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, अब तक 7800 स्टार्टअप लॉन्च किए जा चुके हैं। इस क्रम में 100 स्टार्टअप इन्क्यूबेटर के लक्ष्य के विरूद्ध 55 की स्थापना की जा चुकी है। कैपेक्स और ओपेक्स अनुदान के तहत इनक्यूबेटरों को 2.17 करोड़ रुपये वितरित किए गए हैं। इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए यूपी सरकार ने 2021 में 1000 करोड़ रुपये का फंड ऑफ फंड बनाया है। इसके अलावा सिडबी यूपी फंड ऑफ फंड्स के तहत स्टार्टअप्स को 3.30 करोड़ रुपये बांटे गए हैं। समग्र उद्देश्य नवाचार को बढ़ावा देकर युवाओं को सशक्त बनाना है। ऐसे युवा जो नौकरी मांगने के बजाय देने वाले बनने के लिए अपनी उद्यमिता पर भरोसा करते हैं।
राज्य के अतिरिक्त मुख्य सचिव, खेल एवं युवा कल्याण विभाग नवनीत सहगल के अनुसार, पिछले 6 वर्षों में राज्य के औद्योगिक क्षेत्र में बदलाव आया है. विदेशी निवेशकों ने हाल ही में इन्वेस्ट यूपी रोड शो के लिए अपनी विदेश यात्रा के दौरान उत्तर प्रदेश में निवेश करने में जिस तरह से रुचि दिखाई, वह अपने आप में अभूतपूर्व परिवर्तन का प्रमाण है। यह सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दूरदर्शी नेतृत्व में देश और प्रदेश में किए जा रहे उत्कृष्ट कार्यों का परिणाम है। यही वजह है कि नेशनल स्टार्टअप इकोसिस्टम में यूपी के लोगों का प्रतिनिधित्व लगातार बढ़ रहा है। निश्चित रूप से आने वाले समय में सकारात्मक माहौल के कारण यह और बढ़ेगा।
(आईएएनएस)।
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